शाश्वत ट्रस्ट ने पीरटांड के सुदूरवर्ती क्षेत्रों के 360 जरूरतमंदो को कम्बल वितरण किया।
जैनियों का विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल श्री सम्मेदशिखरजी में श्री दिगम्बर जैन शाश्वत तीर्थराज सम्मेदशिखर ट्रस्ट के निहारिका धर्मशाला में श्री सम्मेदशिखरजी के आस-पास सुदूरवर्ती क्षेत्रों के जरूरतमंद आदिवासियों, वृद्धों, विधवा महिलाओं के बीच कम्बल वितरण किया यह वितरण ट्रस्ट के द्वारा तय कार्यक्रम के चौथे चरण में सम्पन्न हुआ, चौथे चरण का शुभारम्भ ट्रस्ट के महामंत्री श्री राजकुमार जैन अजमेरा, ट्रस्ट के ट्रस्टी श्री एन.सी. जैन -दिल्ली, परम संरक्षक श्री अनील जैन उनकी धर्मपत्नी श्रीमती अमिता जैन-दुर्गापुर, परम संरक्षक श्री सुनील बिलाला उनकी धर्मपत्नी श्रीमती राजरानी बिलाला-इंदौर, अतिथि श्री मुकेश पटोदी-इंदौर, श्री मनोज जैन-कन्नौज, डॉ. प्रदुमन जैन-दिल्ली, श्री पुरनमल जैन (मेडीका हॉस्पीटल रांची), श्री टीकमचंद जैन धर्मपत्नी श्रीमती तारा देवी-रांची एवं अन्य प्रबुद्ध लोगों के उपस्थिति में भगवान महावीर के चित्र के समिप द्विप प्रज्वलन कर किया, ट्रस्ट के महामंत्री महोदय की उपस्थिति में ही प्रबंधक श्री संजीव जैन, ए.सैदी, श्री गंगाधर महतो ने सभी अतिथियों का तिलक वंदन किया। मंच संचालन कर रहे श्री पुरन मांझी व सफदर अली ने सभी मंचासीन का स्वागत किया जिसमें ट्रस्ट के न्यासी श्री एन.सी जैन ने कहा ”हम जो समाज से लेते हैं उन्हें हमे किसी न किसी रूप में समाज को वापस देना चाहिए, हमे बेहतर शिक्षा, बेहतर स्वास्थ, जरूरतमंदों की मदद आदि के क्षेत्रों में समाज के लिए बढ़-चढ़ कर सोचना चाहिए शाश्वत ट्रस्ट भी इसे क्षेत्र में कार्य कर रही है, आज ट्रस्ट के माध्यम से मुझे इस कार्यक्रम में उपस्थित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ, भविष्य में मेरे स योग्य जो भी सहयोग की आवश्यकता होगी मैं उसे अवश्य पुरा करूगां“। ट्रस्ट के परमसंरक्षक श्री सुनिल बिलाला जी कहा ”यहां के कर्मचारियों से मैं बहुत ही प्रभावित हूँ इस धर्मशाला में आने के बाद ऐसा लगता है की मैं अपने घर में ही हूँ यह यहां का वात्सल्य है, मंदीर धर्मशाला बनाना सरल है लेकिन इस प्रकार की सेवा करना ही धर्म है मैं पुरे ट्रस्ट परिवार को साधूवाद देता हूँ।” भगवान महावीर रिर्सच सेंटर रांची के अध्यक्ष श्री पुरनमल जी ने कहा “ट्रस्ट निरंतर कई वर्षों से जनकल्याकारी कार्य कर रहीं है ट्रस्ट ने कोरोना काल में आनाज वितरण किया, मेडिकल के क्षेत्रों में भी कई उत्कृष्ठ कार्य किया है आज मैं इस मंच से सभी को सूचित कर रहा हूँ की इस क्षेत्र में कोई भी माता जी, ब्रहमचारी जी, छुल्क जी को उच्चस्तर की चिकित्सा की आवश्यकता उनका निःशुल्क इलाज मेडिका में किया जायेगा, साथ ही कोई भी आंख के मरीज है तो वे मेरे से सर्म्पक कर सकतें हैं उनका भी निःशुल्क इलाज होगा“। वनवासी कल्याण केन्द्र के विभाग संगठन के अधिकारी श्री सिकेन्द्र प्रजापती जी ने काहा ”ट्रस्ट कार्य बहुत ही सराहनीय है मुझे आशा है की भविष्य में भी इसी प्रकार का लाभ ट्रस्ट की ओर से मिलेगा”। भविष्य में होने वाले जनकल्याकारी कार्यें की रूप-रेखा को अवगत करते हुए ट्रस्ट के महामंत्री ने बताया की यह कम्बल वितरण श्री जगदीश जैन-पानीपत के सौजन्य किया गया है, कम्बल वितरण के बात बालक्विज़ प्रतियोगिता, शैक्षिणिक भ्रमण, फुटबॉल टुर्नामेंट आदि किया जायेगा।
इसी प्रकार सभी उपस्थित महानुभव अपने-अपने मंतव्य रखते गयें जिसके बाद ट्रस्ट परिसर में आयें लगभग 360 से अधिक जरूरतमंद कम्बल की ओर ललाहित थें उन्हे ट्रस्ट के पदाधिकारियों व अतिथियों ने संयुक्त रूप से उनके स्थान पर जा कर पहले उन्हे एक कम्बल देतें फिर उनके अल्पाहार के लिए एक नसते का डिब्ब भी भेंट करतें हैं। यह दृष्य परिसर को और भी मनोरम कर रहीं थीं कई बाहार से आये तीर्थ यात्रियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए उत्साहित होते दिख रहें थें। ट्रस्ट के प्रबंधक ने बताया की आज चौथे चरण में वितरण किया गया है जिसमें 360 से अधिक जरूरतमंदों को कम्बल वृद्धों को कम्बल प्रदत्त किया गया, वहीं इसके पूर्व प्रथम चरण 200 से अधिक डोली मजदूरों, दुसरी चरण में मधुबन पंचायत अतंर्गत 250 से अधिक आदिवासी वृद्धों, तीसरे चरण में 223 से अधिक दिव्यांगों को कम्बल दिया गया था। इस पुरे कार्यक्रम में श्री प्रदीप जैन, श्री महेन्द्र जैन-धुलियान, श्री नरेन्द्र जैन-गया श्री विद्या¬प्रमाणिक संघ दिल्ली के श्री नीरज जैन, श्री दीपक जैन, श्री शरद जैन, श्री विकास जैन-दिल्ली, वंवासी कल्याणकेन्द्र से श्री निलकंठ मल्लाह, श्री षिबलाल बेसरा, बिरजू मुर्मू, वहीं ट्रस्ट के अनुप जैन, शैलेन्द्र जैन, मुकेष महतो, अषोक दास, रोबीन बनर्जी, पवन माली, धनकिषोर मोहली, कोलष्वर समेत अन्य कर्मचारीगण भी कार्यकर्म में सहयोग के तौर पर उपस्थित थें। मंच संचालनकर्ता ने ट्रस्ट के उद्देष्यों व विगत चार वर्षों के कार्यकलापों पर प्रकाश डालते हुए बताया गया की धर्मसम्मत जनकल्याणकारी कार्यों में जैन धर्म व देश के महापुरूषों पर आधारित बाल क्यूज प्रतियोगिता, पूज्य आचार्यों के नाम पर टूर्नामेंट, लॉकडाउन में निर्धनों के बीच अनाज वितरण, ठंड में कंबल एवं गर्म कपड़ों का वितरण, ग्रामीण विद्यालय की बच्चियों को शैक्षणिक भ्रमण आदि जैसे कार्यो को काफी सुंदर योजनाबद्ध तरीके पूर्ण कर अपना सर्वाच्च स्थान प्रदर्शित करने का प्रयास किया है। इन कार्यों से ट्रस्ट को नई आयाम और एक नई पहचान भी मिल रही है साथ ही साथ जैन धर्म का प्रकाश एवं ज्ञान शिखरजी के आसपास के आदिवासी, गैर आदिवासी लोगों को प्रभावित कर रहा है तथा वो धर्म के प्रति श्रद्धा प्रकट कर रहें है । ट्रस्ट इस क्षेत्र में जनकल्याणकारी कार्य पिछले लगभग बीस वर्षो से करती आ रही है पूर्व के जनकल्याणकारी कार्यों में विकलांग शिविर, आई शिविर, कैंसर प्रीडिडेक्शन कैम्प जैसे कार्यों को सफल किया था जो यहां के अन्य संस्थान के लिए प्रेरणा श्रोत भी बना।
फोटो - कंबल वितरण करते ट्रस्ट की टीम।
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