महावीर जयंती पर ट्रस्ट ने श्री सम्मेदशिखरजजी में निकली शोभायात्रा में बढ़ चड़ कर हिस्सा लिया
सबसे आगे भगवान महावीर के अमर संदेश ‘ जिओ और जीने दो’ अंकित बैनर, ठीक पीछे लहराता धर्म पताका उसके बाद कतार में चल रहे स्कूली बच्चों का समूह व महावीर जयंती के अवसर पर निकली गयी झांकी। सबसे अंत में भक्तों का जत्था। वहीं गीतों और भगवान महावीर के गगनभेदी जयकारों से गूंजता वातावरण। यह नजारा श्री सम्मेदशिखरजी में उस समय देखने को मिला जब महावीर जयंती के अवसर पर शोभायात्रा निकाली गई। महावीर जयंती के अवसर पर निकाली गई शोभायात्रा का मुख्य आकर्षण झांकिया थी। जिसमे भगवान महावीर के जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण प्रसंगों को दर्शाया गया है।
शोभायात्रा सम्मेदशिखाजी के विभिन्न हिस्सों से भ्रमण करते हुए श्री दिगम्बर जैन शाश्वत तीर्थराज सम्मेदशिखर ट्रस्ट के निहारिका के समक्ष पहुंची जहां ट्रस्ट अध्यक्ष श्री शिखरचंद जी पहाड़िया – मुंबई, महामंत्री श्री राजकुमार जैन जी अजमेर - हजारीबाग, कोषाध्यक्ष श्री सी.ए. महेंद्र जी जैन - रांची के निर्देश पर ट्रस्ट में कार्यरत कर्मचारियों पहले से ही इस अवसर को खास बनने की होड़ में लगे थें । ट्रस्ट के मुख्य द्वार पर ट्रस्ट के कर्मचारियों ने सुंदर-सुंदर रंगोली बनाएं थें, कुछ कर्मचारियों के हाथों में जैन ध्वज लहर रहें थें, कुछ कर्मचारियों ने शोभा यात्रा में शामिल लोगों को इस गर्मी से राहत देने के लिए अपने हाथों में शीतल पेय जल लिए खड़े थें, तो कुछ आरती की थाल अपने हाथों में सजो कर निहारिका के मुख्य द्वार पर खड़े ही थें, की कुछ समय बीतने के बाद शोभा यात्रा ट्रस्ट के मुख्य द्वार पर पहुंची जहां सभी ने बेहद जोश और उमंग के साथ सभी का श्वागत किया, त्वपश्चात ट्रस्ट के कलश मंदिर के पुजारी श्री प्रयेनाथ जैन, प्रबंधक श्री संजीव जैन, ट्रस्ट में कार्यरत श्री अनूप जैन, वात्सल्य भवन के प्रबंधक श्री ब्रा. मोती भैया जी व ट्रस्ट के अन्य सभी कर्मचारियों ने भगवान महावीर की आरती की । ट्रस्ट के भोला तिवारी, ए. सैदी, तालों राम, मुकेश महतो, जयनारायण महतो, कॉलेश्वर महतो, चंदन सिंह ने शोभा यात्रा में शामिल सभी को शीतल जल पहुंचा रहे थें, आरती के बाद झांकी आगे को निकल गई। जानकारी के अनुसार शोभायात्रा यात्रा का समापन के बाद पूजन कार्यक्रम की शुरुआत की जायेगी। इस दौरान शांतिधारा, अभिषेक समेत अन्य कार्यक्रम आयोजित किह जाएंगे। साथ ही मधुबन में विराजमान साधुओं का प्रवचन होगा। वहीं शाम में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
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